शिलाजीत का सेवन कैसे करें?

Key insights:

  1. शिलाजीत हिमालय में मिलने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो फुल्विक एसिड, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर है। इसका सदियों से आयुर्वेदिक उपचार में इस्तेमाल हो रहा है।
  2. इसे आप एक गिलास गर्म दूध या गुनगुने पानी में मिलाकर ले सकते हैं। इससे शरीर इसे बेहतर तरीके से अवशोषित कर पाता है और इसका असर लंबे समय तक बना रहता है।
  3. शुरुआत में 300-500 मिलीग्राम की खुराक लेना बेहतर होता है। जरूरत अनुसार इसे 1000 मिलीग्राम तक बढ़ा सकते हैं, लेकिन ज्यादा मात्रा से बचें।
  4. शिलाजीत को अपने दैनिक आहार में शामिल करने के लिए इसे हर्बल चाय, कॉफी, स्मूदी, एनर्जी बार्स, या दही में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
  5. अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में जलन, उल्टी या एलर्जी हो सकती है। अगर दवाएं ले रहे हैं तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही सेवन करें।
  6. शिलाजीत का सेवन सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले करने से ऊर्जा बढ़ती है और एकाग्रता में सुधार होता है।
  7. शिलाजीत नियमित रूप से लेने से शरीर में ऊर्जा, मस्तिष्क की क्षमता, और त्वचा की चमक में सुधार आता है।

    शिलाजीत एक ऐसा अद्वितीय प्राकृतिक पदार्थ है, जो हिमालय और अन्य ऊंचे पर्वतों की गुफाओं और चट्टानों में पाया जाता है। इसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता आ रहा है। शिलाजीत में प्राकृतिक फुल्विक एसिड, विभिन्न खनिज और आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की ऊर्जा बढ़ाने, सहनशक्ति बढ़ाने, और स्वास्थ्य को संवारने में सहायक होते हैं। आज के इस लेख में हम समझेंगे कि शिलाजीत का सेवन कैसे करना चाहिए, इसके लाभ क्या हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

    Did You Know?

    1. शिलाजीत हिमालय की गुफाओं में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है।
    2. गर्म दूध या गुनगुने पानी के साथ लेने पर इसका अवशोषण बेहतर होता है।
    3. शिलाजीत में फुल्विक एसिड और खनिज होते हैं, जो ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाते हैं
    4. इसे स्मूदी, कॉफी, या एनर्जी बार्स में मिलाकर अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

    शिलाजीत का सेवन कैसे करें?

    Shilajit

    1. दूध के साथ सेवन

    शिलाजीत को दूध के साथ लेने का तरीका बहुत प्रचलित है। एक गिलास गर्म दूध में शिलाजीत की थोड़ी मात्रा मिलाकर सेवन करना बहुत फायदेमंद माना जाता है। दूध के साथ इसे लेना पाचन में भी आसान बनाता है और शरीर इसे जल्दी अवशोषित करता है। इसके अलावा, दूध में शिलाजीत मिलाने से इसकी ताकत बढ़ जाती है और यह लंबे समय तक असर करता है।

    2. गुनगुने पानी के साथ

    यदि आप दूध नहीं पीते हैं, तो गुनगुने पानी के साथ भी शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में शिलाजीत मिलाकर पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और ऊर्जा बढ़ाने में मदद करता है।

    3. सामान्य मात्रा और खुराक

    शिलाजीत की खुराक व्यक्ति की शारीरिक स्थिति और ज़रूरतों पर निर्भर करती है। आमतौर पर, शुरुआत में 300-500 मिलीग्राम शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है। धीरे-धीरे इसकी मात्रा को 1000 मिलीग्राम तक बढ़ाया जा सकता है। ओवरडोज़ से बचना चाहिए क्योंकि इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। किसी भी सप्लिमेंट की तरह, इसका अधिक सेवन नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए हमेशा इसे संतुलित मात्रा में लें।

    अपने आहार में शिलाजीत को शामिल करने के दिलचस्प तरीके

    शिलाजीत को आहार में शामिल करना काफी आसान है और इसके कई दिलचस्प तरीके हैं। खासकर पुरुषों के लिए, शिलाजीत को रोजमर्रा के खाद्य और पेय में मिलाकर इसके लाभ पाए जा सकते हैं।

    1. हर सुबह हर्बल चाय या कॉफी में: अपने दिन की शुरुआत एक कप गर्म हर्बल चाय या कॉफी में शिलाजीत मिलाकर करें। इससे आपका पेय अधिक पौष्टिक बनता है और साथ ही ऊर्जा बढ़ाने में भी मदद करता है।
    2. स्मूदी और जूस के साथ: शिलाजीत को अपनी पसंदीदा स्मूदी या जूस में मिलाकर एक स्वादिष्ट और हेल्दी विकल्प तैयार करें। यह एक ऐसा तरीका है, जिससे आप इसे आसानी से ले सकते हैं और इसे स्वादिष्ट भी बना सकते हैं।
    3. एनर्जी बार्स में: शिलाजीत को घर में बने एनर्जी बार्स में मिलाकर एक ऐसा स्नैक तैयार करें, जिसे आप दिन में कभी भी खा सकते हैं। ये बार्स आपको तुरंत ऊर्जा देंगे और आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद रहेंगे।
    4. दही के साथ: शिलाजीत को ताजे दही में मिलाकर खाने से यह एक पौष्टिक स्नैक बन जाता है। इसे आप दिन में कभी भी हल्के-फुल्के नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।

    इन तरीकों से आप शिलाजीत को अपने रोजमर्रा के खानपान में आसानी से शामिल कर सकते हैं और इसके बेहतरीन फायदे ले सकते हैं।

    शिलाजीत का सेवन करते समय सावधानियां

    1. अधिक सेवन से बचें

    शिलाजीत का अधिक मात्रा में सेवन करना हानिकारक हो सकता है। इससे पेट में जलन, उल्टी, और चक्कर जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए इसे उचित मात्रा में ही लेना चाहिए।

    2. एलर्जी की जांच

    कुछ लोगों को शिलाजीत से एलर्जी हो सकती है, इसलिए पहली बार सेवन करते समय इसे थोड़ा ही लें और अपने शरीर की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें। यदि किसी प्रकार की एलर्जी जैसे त्वचा पर खुजली या लाल चकत्ते दिखें, तो इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।

    3. दवाओं के साथ परामर्श

    यदि आप पहले से किसी अन्य दवा का सेवन कर रहे हैं, तो शिलाजीत लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। यह विशेष रूप से तब महत्वपूर्ण है जब आपको उच्च रक्तचाप, मधुमेह, या हृदय से संबंधित समस्याएं हों।

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    शिलाजीत का सेवन कब करें?

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    • सुबह के समय: सुबह खाली पेट शिलाजीत का सेवन करना ऊर्जा और एकाग्रता में सुधार के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। यह पूरे दिन ताजगी का एहसास कराता है।
    • रात में सेवन: यदि आप थकान महसूस करते हैं या तनाव से मुक्ति चाहते हैं, तो रात में सोने से पहले शिलाजीत का सेवन किया जा सकता है। इससे शांत नींद में भी मदद मिलती है।

      निष्कर्ष

      शिलाजीत एक बहुमूल्य प्राकृतिक पदार्थ है जो यदि सही तरीके और मात्रा में लिया जाए तो स्वास्थ्य के लिए कई फायदे प्रदान करता है। यह शरीर को ऊर्जा, मस्तिष्क को शक्ति, और त्वचा को चमक प्रदान कर सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि इसका सेवन हमेशा संतुलित मात्रा में और विशेषज्ञ की सलाह से ही करें। शिलाजीत का सेवन आपकी दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव ला सकता है, बशर्ते इसे सही तरीके से अपनाया जाए।

      शिलाजीत के सेवन से जुड़े सामान्य प्रश्न

      1. शिलाजीत का सेवन किस तरह से करना चाहिए? 

      शिलाजीत का सेवन दूध या गुनगुने पानी के साथ किया जा सकता है। सुबह या रात में सोने से पहले इसे लेना फायदेमंद होता है।

      2. शिलाजीत की खुराक कितनी होनी चाहिए?

      आमतौर पर 300-500 मिलीग्राम शिलाजीत की शुरुआत की जाती है। धीरे-धीरे इसे 1000 मिलीग्राम तक बढ़ाया जा सकता है। खुराक हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही लें।

      3. क्या शिलाजीत का रोजाना सेवन करना सुरक्षित है?

      हाँ, उचित मात्रा में शिलाजीत का रोजाना सेवन करना सुरक्षित माना जाता है। लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं, इसलिए डॉक्टर की सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

      4. शिलाजीत कितने समय तक असर दिखाता है?

      शिलाजीत का असर धीरे-धीरे शरीर में होता है। नियमित सेवन से 2-3 सप्ताह में इसके फायदे दिखने लगते हैं।

      5. शिलाजीत का सेवन कब करना सबसे अच्छा है - सुबह या रात?

      सुबह खाली पेट या रात में सोने से पहले शिलाजीत का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। यह आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों पर भी निर्भर करता है।

      References:

      1. शिलाजीत हिमालय में मिलने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो फुल्विक एसिड, खनिज और पोषक तत्वों से भरपूर है।(https://www.researchgate.net)
      2. शिलाजीत नियमित रूप से लेने से शरीर में ऊर्जा, मस्तिष्क की क्षमता, और त्वचा की चमक में सुधार आता है। (https://www.researchgate.net
      3. शिलाजीत में फुल्विक एसिड और खनिज होते हैं, जो ऊर्जा और सहनशक्ति बढ़ाते हैं।(https://www.researchgate.net)

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