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शिलाजीत—यह नाम सुनते ही मन में एक पारंपरिक आयुर्वेदिक औषधि का ख्याल आता है, जिसे पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं माना गया है। हिमालय की ऊंची पहाड़ियों से निकली इस प्राकृतिक औषधि में शक्ति, ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाने के अद्भुत गुण होते हैं। आयुर्वेद में शिलाजीत का उपयोग सदियों से किया जा रहा है, खासकर पुरुषों के यौन स्वास्थ्य, मांसपेशियों की मजबूती और मानसिक थकान को कम करने के लिए।
Did You Know?
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आज की आधुनिक जीवनशैली में जहां काम का तनाव, असंतुलित खानपान और प्रदूषण हमारे शरीर और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, ऐसे में शिलाजीत पुरुषों के लिए एक असरदार उपाय साबित हो सकता है। शिलाजीत न केवल शारीरिक ऊर्जा को बढ़ाता है, बल्कि इसमें पाए जाने वाले फुल्विक एसिड और मिनरल्स शरीर के प्राकृतिक स्तरों को बनाए रखते हैं, जिससे पूरे शरीर में एक नई ताजगी का संचार होता है।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि शिलाजीत पुरुषों के लिए क्यों और कैसे फायदेमंद है, इसे लेने का सही तरीका क्या है, और किन सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी है। आइए, जानते हैं इस प्राकृतिक औषधि के विभिन्न लाभ और इसे अपने जीवन में शामिल करने के उपाय।
पुरुषों के लिए शिलाजीत के विशेष फायदे
शिलाजीत एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे पुरुषों के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए एक अद्भुत उपाय माना गया है। इसमें फुल्विक एसिड, मिनरल्स, और अन्य पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को ऊर्जा, शक्ति और सहनशक्ति देने में सहायक होते हैं। यह आयुर्वेद में पुरुषों के विभिन्न शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के रूप में सदियों से इस्तेमाल हो रहा है। यहां हम शिलाजीत के सेवन से मिलने वाले प्रमुख लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे:
1. ऊर्जा और सहनशक्ति में वृद्धि
शिलाजीत में फुल्विक एसिड की उच्च मात्रा होती है, जो शरीर में ऊर्जा को बढ़ाने में सहायक है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को सुधारता है, जिससे दैनिक कार्यों को पूरा करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्त होती है। विशेष रूप से उन पुरुषों के लिए फायदेमंद है जो शारीरिक श्रम या व्यायाम करते हैं, क्योंकि यह उनकी सहनशक्ति को बढ़ाता है और थकान को दूर करता है।
2. मांसपेशियों और शारीरिक शक्ति में सुधार
शिलाजीत का नियमित सेवन मांसपेशियों की मजबूती में मदद करता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व मांसपेशियों को पुनर्निर्मित करने और उन्हें मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। यह खासकर बॉडीबिल्डिंग या एथलेटिक गतिविधियों में लगे पुरुषों के लिए अत्यंत लाभदायक है। इसके सेवन से शरीर की मांसपेशियों को तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है, जो थकान और चोटों से उबरने की प्रक्रिया को तेज करता है।
3. यौन स्वास्थ्य में सुधार
पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए शिलाजीत एक प्राकृतिक उपाय है। यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है, जिससे यौन शक्ति और प्रदर्शन में सुधार होता है। इसके नियमित सेवन से यौन संबंधों में आत्मविश्वास बढ़ता है और यह नपुंसकता जैसी समस्याओं को दूर करने में भी कारगर साबित हो सकता है। यह न सिर्फ यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है बल्कि आत्म-संतुष्टि और मानसिक संतुलन में भी सुधार करता है।
4. प्रजनन क्षमता में सुधार
भारत में पुरुषों में बाँझपन (infertility) की समस्या तेजी से बढ़ रही है। ICMR की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 15% कपल्स को गर्भधारण में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके पीछे कई वजहें होती हैं, जिनमें मुख्य रूप से कम स्पर्म काउंट और शुक्राणुओं की गति में कमी शामिल है।
इस समस्या को कम करने में शिलाजीत फायदेमंद साबित हो सकता है। शिलाजीत न केवल पुरुषों बल्कि महिलाओं की प्रजनन क्षमता को भी बेहतर बनाने में मदद करता है और यौन स्वास्थ्य को मजबूत बनाता है। एक शोध के अनुसार, अगर इसे डॉक्टर की सलाह से लगातार 90 दिनों तक लिया जाए, तो यह पुरुषों में स्पर्म काउंट को लगभग 12% तक बढ़ा सकता है।
5. मानसिक तनाव और थकान को कम करने में सहायक
शिलाजीत का एक अन्य प्रमुख लाभ है मानसिक थकान और तनाव को कम करना। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।(2) इसके सेवन से मानसिक स्पष्टता में सुधार होता है और यह व्यक्ति को तनावमुक्त महसूस कराने में मदद करता है। आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली में यह मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने का एक प्रभावी उपाय हो सकता है, जो तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से लड़ने में सहायक है।
6. प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाना
शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड और मिनरल्स शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। यह शरीर को बाहरी संक्रमणों और रोगों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है। यह सर्दी, खांसी और अन्य मौसमी बीमारियों से सुरक्षा देता है। इसके सेवन से शरीर की प्राकृतिक रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है, जो सामान्य स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
7. उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करना
शिलाजीत में एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में सहायक होते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ और जवान बनाए रखते हैं। इसके सेवन से न केवल त्वचा की चमक बनी रहती है बल्कि शरीर की अंदरूनी कोशिकाओं को भी मजबूती मिलती है। यह वृद्धावस्था में शरीर के अंगों की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे व्यक्ति अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ महसूस करता है।
8. पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाता है
टेस्टोस्टेरोन एक प्रमुख पुरुष हार्मोन है, जो पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। अगर शरीर में इसकी कमी हो जाए, तो कई समस्याएं सामने आने लगती हैं, जैसे कि मांसपेशियों का सही विकास न होना, बार-बार थकान महसूस करना, अधिक नींद आना, और कामेच्छा (जिसे libido भी कहते हैं) का कम हो जाना। जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे टेस्टोस्टेरोन का स्तर भी घटने लगता है।
इसकी कमी को पूरा करने के लिए शिलाजीत का सेवन फायदेमंद हो सकता है। आयुर्वेदिक और आधुनिक चिकित्सा दोनों ही इस बात को मानते हैं कि नियमित रूप से शिलाजीत लेने से टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ता है। इससे न सिर्फ थकान और तनाव में कमी आती है, बल्कि कामेच्छा में भी सुधार होता है। National Institute of Health के एक शोध में यह पाया गया है कि अगर रोजाना दो बार शिलाजीत का सेवन किया जाए, तो टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी हद तक बढ़ सकता है।
9. शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में मददगार
शीघ्रपतन की समस्या तब होती है जब सेक्स के दौरान पुरुष का वीर्य जल्दी बाहर निकल जाता है, जिससे निजी जीवन पर असर पड़ता है। यह समस्या तनाव, थकान और कई बार इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी दिक्कतों का कारण भी बन सकती है। इस समस्या का समाधान पाने के लिए शिलाजीत एक कारगर उपाय हो सकता है।
हालांकि आधुनिक चिकित्सा में शीघ्रपतन के लिए शिलाजीत के फायदे सीमित माने जाते हैं, लेकिन आयुर्वेद में इसे इस समस्या के लिए फायदेमंद माना गया है। शिलाजीत में फुलविक एसिड और कई अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो इस समस्या में राहत दिला सकते हैं और पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं।
10. ऊंचाई की बीमारी में शिलाजीत की मदद
बहुत ज्यादा ऊंचाई पर अचानक पहुंचने से शरीर को वहां की कम ऑक्सीजन के स्तर के अनुसार ढलने का समय नहीं मिल पाता। इसी वजह से ऊंचाई की बीमारी हो सकती है, जिसमें सिरदर्द, मितली, चक्कर आना, और दिल की धड़कन तेज होना जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
शिलाजीत एक प्राकृतिक सप्लीमेंट है जो इन समस्याओं से राहत पाने में मदद कर सकता है। इसके एडाप्टोजेनिक गुण आपके शरीर को किसी भी प्रकार के तनाव को झेलने में सहायक बनाते हैं। यह आपके शरीर को ऊंचाई पर होने वाली परेशानियों से लड़ने में मदद करता है, ताकि आप अपने सफर का आनंद ले सकें।
11. बूढ़े होने का जोखिम कम करें
झुर्रियां और महीन रेखाएं अक्सर हमें उम्रदराज दिखाने लगती हैं। पुरुषों में लगातार तनाव इसका एक बड़ा कारण है। हालांकि, तनाव से पूरी तरह छुटकारा पाना आसान नहीं है, लेकिन इसे कम करना जरूर संभव है।
अगर आप ऑक्सीडेटिव तनाव से बच पाते हैं, तो समय से पहले बूढ़ा होने और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचने का खतरा कम हो जाता है। शिलाजीत में मौजूद फ्लुविक एसिड में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो आपके शरीर से जहरीले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
यह आपकी कोशिकाओं को गहराई तक पोषण देकर उन्हें मजबूत बनाता है, जिससे त्वचा युवा, मुलायम और स्वस्थ दिखती है। नियमित इस्तेमाल से आप समय से पहले बूढ़ा दिखने की समस्या को नियंत्रित कर सकते हैं।
शिलाजीत के नुकसान
शिलाजीत जितना फायदेमंद होता है, अगर इसका इस्तेमाल गलत तरीके से किया जाए तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। जब इसे बिना किसी जानकारी और सावधानी के लिया जाता है, तो यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। शुद्ध शिलाजीत में कभी-कभी भारी धातुएं जैसे आर्सेनिक, लेड और मरकरी पाई जा सकती हैं। अगर ये शरीर में ज्यादा मात्रा में चली जाएं, तो ये खतरनाक साबित हो सकती हैं। इसलिए हमेशा ऐसा शिलाजीत लें, जो शोध और प्रोसेसिंग के बाद तैयार किया गया हो।
अगर आप पहले से किसी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं या दवाइयां ले रहे हैं, तो शिलाजीत उनके साथ रिएक्शन कर सकता है, जिससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके अलावा, शिलाजीत में आयरन की मात्रा काफी ज्यादा होती है। अगर आपको हेमोक्रोमाटोसिस (आयरन का ज्यादा होना), सिकल सेल एनीमिया या थैलेसीमिया जैसी समस्याएं हैं, तो शिलाजीत का सेवन बिल्कुल न करें। यह इन बीमारियों को और ज्यादा बिगाड़ सकता है।
कुछ लोगों को शिलाजीत का सेवन करने से उल्टी, पेट दर्द, या मितली जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं। इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
शिलाजीत का सही तरीके से सेवन कैसे करें?
शिलाजीत बाजार में पाउडर और तरल दोनों रूपों में उपलब्ध है। इसे इस्तेमाल करते समय हमेशा निर्देशों का पालन करें। अगर आप तरल शिलाजीत खरीदते हैं, तो इसकी थोड़ी मात्रा (मटर या चावल के दाने के आकार का) पानी में घोलें और इसे दिन में एक से तीन बार पिएं।
वहीं, अगर आप पाउडर फॉर्म का उपयोग कर रहे हैं, तो इसे दिन में दो बार दूध के साथ ले सकते हैं। सामान्यत: प्रतिदिन 300 से 500 मिलीग्राम शिलाजीत लेने की सलाह दी जाती है। हालांकि, किसी भी सप्लीमेंट का सेवन शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि यह आपकी सेहत के लिए सुरक्षित है।
शिलाजीत की दैनिक खुराक
शिलाजीत की खुराक सही तरीके से लेना बेहद जरूरी है। यहां इसकी सुझाई गई खुराक दी गई है:
- शिलाजीत पाउडर: रोजाना 2-4 चुटकी, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें।
- शिलाजीत कैप्सूल: दिन में एक या दो बार, या डॉक्टर के बताए अनुसार सेवन करें।
शिलाजीत का उपयोग हमेशा निर्धारित मात्रा में ही करें। अगर इसे लेकर कोई सवाल या संदेह हो, तो अपने डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें। आपकी सेहत के लिए सही खुराक का चयन करना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
शिलाजीत आयुर्वेद की एक महत्वपूर्ण औषधि है, जिसे कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। यदि आप अपनी सेहत को बेहतर बनाना चाहते हैं और गंभीर बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं, तो शिलाजीत को अपनी दिनचर्या में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आज के समय में स्वस्थ रहना बड़ी चुनौती बन गया है, और शिलाजीत इसके लिए एक प्राकृतिक सहारा साबित हो सकता है। इसके सभी गुण आपके शरीर और मन को संपूर्ण रूप से स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं।
हमारी सलाह है कि इसे नियमित रूप से लें और इसके लाभ महसूस करें। साथ ही, अपने अनुभव हमारे साथ साझा करना न भूलें – आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है!
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. पुरुषों को शिलाजीत खाने से क्या फायदा होता है?
यह जान लें कि शिलाजीत के सेवन से पुरुषों के यौन स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है। यह टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ावा देता है, जिससे यौन शक्ति में वृद्धि होती है। शिलाजीत का सेवन करने से सेक्स ड्राइव भी बेहतर होती है। इस तरह, ऊर्जा, स्टेमिना और यौन स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए पुरुषों को शिलाजीत का सेवन अवश्य करना चाहिए।
2. शिलाजीत खाते समय क्या परहेज करना चाहिए?
शिलाजीत का सेवन करते समय खट्टे फलों से परहेज करना चाहिए। हालांकि खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, लेकिन उनकी अम्लीय प्रकृति के कारण शिलाजीत के साथ इन्हें लेना उचित नहीं माना जाता। शिलाजीत और खट्टे फलों को एक साथ लेने से पाचन में गड़बड़ी और एसिडिटी की समस्या हो सकती है, जिससे शरीर को दोनों के लाभ पूरी तरह नहीं मिल पाते।
3. शिलाजीत को पुरुषों में काम करने में कितना समय लगता है?
शिलाजीत का असर दिखने में सामान्यतः 2-3 महीने का समय लगता है।
4. शिलाजीत खाने की सही उम्र क्या है?
शिलाजीत एक विशेष रसायन है, जिसे वात, पित्त और कफ से जुड़े विकारों में बहुत ही लाभकारी माना जाता है। इसका सेवन महिला और पुरुष दोनों कर सकते हैं, और यह महिलाओं के लिए भी एक शक्तिवर्धक टॉनिक की तरह काम करता है। हालांकि, 14 साल से कम उम्र के बच्चों को इसका सेवन नहीं कराना चाहिए।
References:
- इसमें फुल्विक एसिड, मिनरल्स, और अन्य पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को ऊर्जा, शक्ति और सहनशक्ति देने में सहायक होते हैं।(https://www.researchgate.net)
- शिलाजीत का एक अन्य प्रमुख लाभ है मानसिक थकान और तनाव को कम करना। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं।(https://www.researchgate.net)
- टेस्टोस्टेरोन एक प्रमुख पुरुष हार्मोन है, जो पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।(https://www.researchgate.net)
- शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड और मिनरल्स शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।(https://pjmhsonline.com)