Key insights:
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शिलाजीत, जिसे आयुर्वेद में एक शक्तिशाली औषधि माना गया है, प्राकृतिक रूप से हिमालय की ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं से निकाला जाता है। यह गाढ़ा, काला और खनिजों से भरपूर पदार्थ अपने अद्वितीय स्वास्थ्य लाभों के कारण सदियों से प्रचलित है। शिलाजीत में फुल्विक एसिड, खनिज, और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं, सहनशक्ति बढ़ाते हैं, और मानसिक क्षमता में सुधार करते हैं।
इसे "कुदरत का अमृत" कहा जाता है, क्योंकि यह न केवल उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करता है, बल्कि इम्यूनिटी को मजबूत बनाकर रोगों से लड़ने में भी सहायक है। इसके अलावा, शिलाजीत शरीर को डिटॉक्स करता है, मेटाबोलिज्म को सुधारता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है। इस लेख में हम शिलाजीत के इन अद्भुत लाभों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
शिलाजीत क्या है?
शिलाजीत हिमालय जनित सामग्री है। यह एक चिपचिपा पदार्थ है जो विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों और पौधों के क्रमिक अपघटन से बनता है। इसे आहार अनुपूरक के रूप में लिया जा सकता है जो हमारे शरीर में ऊर्जा संतुलन को पुनर्जीवित करने में मदद करता है।
यह आयुर्वेदिक सप्लीमेंट्स में एक महत्वपूर्ण घटक है, विशेष रूप से हमारी प्रतिरक्षा को बहाल करने और कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने में मदद करता है।
हालाँकि, बड़ी मात्रा में अपने पूरकों के साथ प्रतिदिन शिलाजीत का उपयोग करने से संभावित दुष्प्रभाव हो सकते हैं। विशेषकर उच्च रक्तचाप वाले लोगों को इससे बचना चाहिए। किसी चिकित्सकीय पेशेवर से परामर्श लेना सुनिश्चित करें और बताए गए अनुसार उपयोग करें।
क्या आप जानते हैं?
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शिलाजीत के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ
शिलाजीत, एक प्राकृतिक पदार्थ है जो हिमालय की गुफाओं और चट्टानों से निकाला जाता है और स्वास्थ्य को सुधारने में अपनी अद्वितीय भूमिका निभाता है।
1. ऊर्जा और स्टैमिना में वृद्धि
शिलाजीत के सबसे प्रसिद्ध लाभों में से एक है इसकी ऊर्जा और स्टैमिना बढ़ाने की क्षमता। इसमें मौजूद फुल्विक एसिड शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन के संचार को बढ़ाता है, जिससे ऊर्जा का स्तर बढ़ता है। यह माइटोकॉन्ड्रिया की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है, जो शरीर की ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। नियमित रूप से शिलाजीत का सेवन करने से दिनभर की थकान कम होती है और आपकी सहनशक्ति में बढ़ोतरी होती है।
विशेष रूप से वे लोग जो अत्यधिक शारीरिक या मानसिक मेहनत करते हैं, उनके लिए शिलाजीत का सेवन एक शक्तिशाली उपाय है। यह प्राकृतिक तरीके से शरीर को पुनर्जीवित करता है और लंबे समय तक सक्रिय बने रहने में मदद करता है।
2. शिलाजीत से बढ़ाएं टेस्टोस्टेरोन स्तर
शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में मददगार हो सकता है(1), जिससे पुरुषों की प्रजनन क्षमता में सुधार आ सकता है। शोध के अनुसार, रोजाना 500 मिलीग्राम शिलाजीत का सेवन करने से डीएचईएएस (dehydroepiandrosterone sulfate) और कुल टेस्टोस्टेरोन का स्तर काफी बढ़ सकता है।
3. याददाश्त और ध्यान में सुधार
शिलाजीत में ऐसे तत्व होते हैं जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं। यह मस्तिष्क की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बढ़ावा देता है, जिससे न्यूरॉन्स अधिक सक्रिय और स्वस्थ रहते हैं। शिलाजीत के सेवन से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे इसे विद्यार्थियों और पेशेवरों के लिए अत्यंत लाभकारी माना गया है।
इसके अलावा, शिलाजीत में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षति से बचाते हैं और मानसिक थकान को कम करते हैं। यह स्मरणशक्ति में सुधार लाने में भी सहायक है, जिससे यह एक प्रभावी प्राकृतिक ब्रेन-बूस्टर बन जाता है।
4. हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद
शिलाजीत में कैल्शियम और फुल्विक एसिड जैसे तत्व होते हैं, जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। यह हड्डियों की संरचना को सुधारता है और उन्हें टूटने या कमजोर होने से बचाता है। इसके अलावा, यह जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में भी सहायक है, जिससे यह गठिया जैसे रोगों में लाभकारी माना जाता है।
जो लोग नियमित रूप से शिलाजीत का सेवन करते हैं, उनकी हड्डियाँ और जोड़ों की समस्या में कमी पाई गई है। इसके साथ ही यह जोड़ों में लचीलापन लाता है और उनके काम करने की क्षमता को बढ़ाता है।
5. शिलाजीत के एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण
शिलाजीत में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो आयुर्वेद में दीर्घायु और एंटी-एजिंग (बुढ़ापे को धीमा करने) में मददगार माने जाते हैं। ये लाभ संपूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक हैं और कई स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को कम कर सकते हैं
शोध से यह भी पता चला है कि शिलाजीत:
- शरीर में सेल टर्नओवर (नई कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया) को बढ़ा सकता है,
- शरीर में कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित कर सकता है,
- ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (शरीर की कोशिकाओं में क्षति) को धीमा कर सकता है।
6. तनाव को कम करने में सहायक
शोध में यह पाया गया है कि शिलाजीत तनाव को कम करने में मदद कर सकता है। इसे एक एडाप्टोजेनिक (Adaptogenic) माना जाता है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर को तनावपूर्ण स्थितियों के साथ सामंजस्य बिठाने में सहायता कर सकता है।
हालांकि, ध्यान देने वाली बात यह है कि शिलाजीत के तनाव पर प्रभाव को लेकर अधिकतर अध्ययन जानवरों पर किए गए हैं। इसलिए, यह समझने के लिए कि शिलाजीत का सेवन मानवों पर कैसे असर डालता है, अभी और शोध की आवश्यकता है।
7. अल्जाइमर रोग की प्रगति को धीमा कर सकता है
अल्जाइमर रोग एक प्रकार का डिमेंशिया है, जो स्मरण शक्ति और भाषण जैसे मानसिक कार्यों को बुरी तरह प्रभावित करता है। शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड मस्तिष्क में सूजन को कम करने में सहायक पाया गया है।
2023 में प्रकाशित एक अध्ययन से यह भी पता चला है कि फुल्विक एसिड ताऊ प्रोटीन के जमाव को रोकने में मदद कर सकता है। ताऊ प्रोटीन नसों के सही कामकाज के लिए आवश्यक होते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक जमाव मस्तिष्क की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और अल्जाइमर के खतरे को बढ़ा सकता है।
हालांकि, शिलाजीत के अल्जाइमर पर प्रभाव को लेकर शोध सीमित है और इस लाभ की पुष्टि के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।
8. कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोक सकता है
कुछ साक्ष्य बताते हैं कि शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में सहायक हो सकता है। (4)2020 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि शिलाजीत ने ब्रेस्ट कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोक दिया।
शोधकर्ताओं का कहना है कि शिलाजीत कैंसर कोशिकाओं में एपोप्टोसिस (कोशिका मृत्यु) को ट्रिगर कर सकता है। एपोप्टोसिस की प्रक्रिया में क्षतिग्रस्त या हानिकारक कोशिकाएं खुद नष्ट हो जाती हैं। अगर यह प्रक्रिया ठीक से न हो, तो ये कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं, जो कैंसर का कारण बन सकती हैं। हालांकि, इस लाभ की पुष्टि के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।
9. इम्यूनिटी को बढ़ावा देना
शिलाजीत इम्यूनिटी को बढ़ाने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और पोषक तत्व शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं, जिससे यह विभिन्न बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है। शिलाजीत का नियमित सेवन शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत प्रदान करता है।
सर्दी-जुकाम और अन्य मौसमी बीमारियों से बचने के लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है। शिलाजीत का सेवन शरीर को प्राकृतिक तरीके से सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे आप हमेशा स्वस्थ और तंदुरुस्त रहते हैं।
10. व्यायाम प्रदर्शन में सुधार ला सकता है
शोध से पता चला है कि शिलाजीत का सेवन व्यायाम के दौरान फायदेमंद हो सकता है। कुछ प्रमाण बताते हैं कि शिलाजीत लेने के बाद एथलीट्स को व्यायाम के बाद थकान कम महसूस होती है और वे मांसपेशियों की अधिकतम शक्ति तक आसानी से पहुँच सकते हैं।
2019 के एक अध्ययन में पाया गया कि शिलाजीत मांसपेशियों की ताकत बनाए रखने और थकान के कारण होने वाली कमजोरी को कम करने में सहायक हो सकता है। यह मांसपेशियों की लचीलापन बढ़ाने और उन्हें जल्दी रिकवर करने में भी मदद करता है, जो नियमित व्यायाम करने वालों के लिए बेहद लाभकारी है।
11. आपके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है
ऐसे युग में जहां कार्डियक अरेस्ट और स्ट्रोक एक आम घटना बनती जा रही है, हमारे हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए शिलाजीत के लाभों को संशोधित करना महत्वपूर्ण है। इसे अपने आहार में शामिल करके, आप अपने दिल के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं और कई हृदय स्थितियों के खिलाफ प्रतिरक्षा प्राप्त कर सकते हैं। हालाँकि, अपने डॉक्टर से जांच कराना और बताए गए अनुसार उपयोग करना महत्वपूर्ण है।
12. उच्च ऊंचाई की बीमारी का मुकाबला करता है
बच्चों और बूढ़ों सहित कई लोगों को मितली आती है, चक्कर आते हैं और ऊंचाई पर सुस्ती आ जाती है। बहुत से लोग बदतर परिस्थितियों में हाइपोक्सिया और मनोभ्रंश का भी अनुभव करते हैं। शिलाजीत इन स्थितियों के दौरान सुस्ती और अनिद्रा से लड़कर बहुत राहत देता है।
13. बांझपन से मुकाबला करता है
बांझपन एक गंभीर समस्या है और यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखी जा सकती है। आज के युग में यह आमतौर पर देखा भी जाता है। यह जन्मजात स्वास्थ्य स्थितियों या खराब शराब पीने, खाने या जीवनशैली के कारण हो सकता है। पर्याप्त व्यायाम न करने से भी बांझपन हो सकता है।
पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाकर और शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाकर, शिलाजीत बांझपन से निपटने में एक प्रभावी आयुर्वेदिक उपचार हो सकता है।
शिलाजीत को कैसे इस्तेमाल करें
शिलाजीत तरल और पाउडर दोनों रूपों में उपलब्ध है। इसे हमेशा दिए गए निर्देशों के अनुसार ही लें।
अगर आपने शिलाजीत तरल रूप में खरीदा है, तो चावल के दाने या मटर के आकार के बराबर मात्रा को पानी में मिलाकर पिएं। इसे दिन में एक से तीन बार लिया जा सकता है, लेकिन पैकेज पर दिए गए निर्देशों को ध्यान में रखें।
अगर आप शिलाजीत पाउडर ले रहे हैं, तो इसे दूध के साथ दिन में दो बार लें। हालांकि, अभी इस पर और शोध की जरूरत है ताकि सही मात्रा का निर्धारण हो सके। शिलाजीत लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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क्या शिलाजीत सुरक्षित है?
शिलाजीत को अभी FDA द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया है, और इस पर शोध भी सीमित है। इसके दुष्प्रभावों या विभिन्न लोगों पर इसके प्रभाव के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। हालांकि, कुछ प्रमाण यह दर्शाते हैं कि शिलाजीत ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित और लंबे समय तक लेने पर भी सहनीय है। बहुत कम मामलों में इसके दुष्प्रभाव देखे गए हैं।
शिलाजीत लेने से पहले किसी डॉक्टर से सलाह लें। वे आपको दवाओं के साथ इसकी संभावित प्रतिक्रियाओं और साइड इफेक्ट्स के बारे में सही जानकारी दे सकते हैं। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के इलाज के लिए या पर्ची वाली दवा की जगह शिलाजीत लेने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लें।
शिलाजीत के साइड इफेक्ट्स
शिलाजीत के कई फायदे होते हैं, लेकिन इसके उपयोग से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। निम्नलिखित बिंदुओं में शिलाजीत के संभावित नुकसान का वर्णन किया गया है:
- अधिक सेवन से हानिकारक प्रभाव: शिलाजीत का अधिक मात्रा में सेवन करने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इससे पेट दर्द, उल्टी, और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- मिश्रण में मिलावट: बाजार में मिलने वाले शिलाजीत में अक्सर मिलावट होती है, जिससे इसके सेवन से शरीर पर विषाक्त प्रभाव हो सकता है। इसलिए, शुद्ध शिलाजीत का उपयोग करना आवश्यक है।
- गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं: गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताओं को शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह उनके और उनके शिशु के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है।
- दवाईयों के साथ प्रतिक्रिया: शिलाजीत का सेवन कुछ दवाओं के साथ करने पर प्रतिक्रिया हो सकती है, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए, शिलाजीत का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
- एलर्जी प्रतिक्रियाएं: कुछ लोगों को शिलाजीत से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर लालिमा, खुजली, और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
इन नुकसान को ध्यान में रखते हुए, शिलाजीत का सेवन सावधानीपूर्वक और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करना चाहिए।
शिलाजीत कैसे खरीदें?
शिलाजीत खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है। सबसे पहले, शिलाजीत को हमेशा विश्वसनीय स्रोत और प्रसिद्ध ब्रांड से खरीदें। यह सुनिश्चित करता है कि आपको शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण उत्पाद मिलेगा। शुद्धता और गुणवत्ता की जांच के लिए शिलाजीत की रंग, गंध, और स्वाद पर ध्यान दें। शुद्ध शिलाजीत का रंग गहरा भूरा या काला होता है और इसमें हल्की मिट्टी जैसी गंध होती है। नकली शिलाजीत की पहचान करना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि बाजार में नकली उत्पादों की भरमार है।
नकली शिलाजीत अक्सर हल्के रंग का और बिना गंध का होता है। इसे खरीदने से पहले उत्पाद के लेबल, प्रमाणपत्र, और ग्राहक समीक्षाओं को भी अच्छी तरह से जांचें। इन सावधानियों के साथ, आप शुद्ध और उच्च गुणवत्ता वाली शिलाजीत को खरीद सकते हैं, जिससे आपको इसके सभी स्वास्थ्य लाभ मिल सकें।
निष्कर्ष
शिलाजीत एक बहुमूल्य प्राकृतिक पदार्थ है जो स्वास्थ्य के कई पहलुओं में सुधार लाता है। इसकी सही मात्रा में सेवन से शरीर की ऊर्जा, मस्तिष्क की कार्यक्षमता, और संपूर्ण स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हालांकि, इसका सेवन शुरू करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें, क्योंकि हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है और उसकी आवश्यकताएं भी भिन्न होती हैं।
शिलाजीत से जुड़े सामान्य प्रश्न
1. शिलाजीत क्या है और इसे कैसे प्राप्त किया जाता है?
शिलाजीत एक प्राकृतिक खनिज यौगिक है जो हिमालय की ऊंचाई पर चट्टानों से निकलता है। यह कई वर्षों तक जैविक पदार्थों के अपघटन के कारण बनता है और इसमें फुल्विक एसिड और कई महत्वपूर्ण खनिज होते हैं।
2. शिलाजीत का सेवन करने से कौन-कौन से स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं?
शिलाजीत ऊर्जा बढ़ाने, तनाव कम करने, इम्यूनिटी को मजबूत बनाने, मांसपेशियों की ताकत बढ़ाने, हड्डियों को मजबूत बनाने, और त्वचा व बालों के स्वास्थ्य में सुधार लाने में सहायक माना जाता है।
3 .शिलाजीत का उपयोग कैसे करना चाहिए?
आमतौर पर, शिलाजीत को पानी या दूध में मिलाकर लिया जाता है। दिन में एक या दो बार इसके सेवन की सलाह दी जाती है, लेकिन हमेशा डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे नियमित रूप से शुरू करना चाहिए।
4. क्या शिलाजीत का सेवन सभी के लिए सुरक्षित है?
हां, लेकिन गर्भवती महिलाएं, बच्चों और जिन लोगों को कोई खास स्वास्थ्य समस्या हो, उन्हें शिलाजीत का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए।
References:
- शिलाजीत टेस्टोस्टेरोन स्तर को बढ़ाने में मददगार हो सकता है (https://www.researchgate.net)
- शिलाजीत में शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी (सूजनरोधी) और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं (https://www.researchgate.net)
- शिलाजीत इम्यूनिटी को बढ़ाने में अत्यंत प्रभावी माना जाता है। (https://www.researchgate.net)
- कुछ साक्ष्य बताते हैं कि शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में सहायक हो सकता है। (https://www.researchgate.net)