Key insights:
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शिलाजीत, एक प्राचीन आयुर्वेदिक औषधि है, जो हिमालय की चट्टानों से निकलने वाली काले रंग की प्राकृतिक राल के रूप में पाई जाती है। आयुर्वेद में इसे शरीर पर गहरा प्रभाव डालने वाली अद्वितीय औषधि माना गया है। इसकी तासीर गर्म होती है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और थकान को कम करती है। यह प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने में भी सहायक है, जिससे सामान्य बीमारियों से बचाव होता है।
ठंड के मौसम में इसका सेवन विशेष रूप से लाभकारी होता है, क्योंकि यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है। हालांकि, शिलाजीत की तासीर गर्म होने के कारण इसे अधिक मात्रा में लेने से बचना चाहिए। अत्यधिक सेवन से त्वचा पर रैशेज, पेट में जलन और अन्य गर्मी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसका सेवन संतुलित मात्रा में और विशेषज्ञ की सलाह से करना हमेशा लाभकारी होता है।
Did You Know?
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शिलाजीत की तासीर के फायदे
- ऊर्जा बढ़ाने में सहायक: शिलाजीत का सबसे महत्वपूर्ण गुण इसकी ऊर्जा प्रदान करने की क्षमता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और थकान कम होती है। इसके कारण, व्यक्ति अधिक सक्रिय महसूस करता है और शारीरिक थकान को दूर करने में मदद मिलती है।
- प्रतिरोधक क्षमता में सुधार: शिलाजीत शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी सहायक है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है और सामान्य सर्दी-खांसी जैसी बीमारियों से बचाव में मदद करती है।
- पाचन तंत्र को सुधारना: शिलाजीत के सेवन से पाचन तंत्र पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसकी गर्म तासीर पाचन शक्ति को बढ़ाती है और गैस, एसिडिटी जैसे पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने में सहायक होती है।
- हड्डियों और जोड़ों के लिए फायदेमंद: शिलाजीत का सेवन हड्डियों और जोड़ों की समस्याओं में भी लाभदायक होता है। इसकी तासीर गर्म होने के कारण यह जोड़ों के दर्द और सूजन में आराम दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जिससे हड्डियां मजबूत बनती हैं।
सावधानियाँ
शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे अत्यधिक मात्रा में लेने से शरीर में गर्मी बढ़ सकती है, जिससे त्वचा पर रैशेज, पेट में जलन, या अन्य गर्मी से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसे हमेशा सही मात्रा में ही सेवन करें और अगर किसी को पहले से गर्म तासीर वाले पदार्थ से एलर्जी है, तो वे इसे डॉक्टर की सलाह के बिना न लें।
कैसे करें सेवन
शिलाजीत का सेवन पानी या दूध के साथ करना अधिक लाभकारी माना जाता है। यह शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है और इसका असर जल्द ही देखने को मिलता है। शिलाजीत को ठंड के मौसम में लेना विशेष रूप से लाभकारी होता है, क्योंकि इसकी गर्म तासीर शरीर को सर्दी से बचाने में मदद करती है।
निष्कर्ष
शिलाजीत एक बहुमूल्य आयुर्वेदिक औषधि है जिसकी तासीर गर्म है और यह कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान देने में सक्षम है। हालांकि, इसका सेवन सही मात्रा में और सावधानी से किया जाना चाहिए। इसकी गर्म तासीर शरीर को ऊर्जा, शक्ति और संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. शिलाजीत की तासीर कैसी होती है?
शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, जो शरीर को गर्मी प्रदान करती है और ऊर्जा बढ़ाने, थकान कम करने में मदद करती है।
2. क्या शिलाजीत का सेवन सर्दियों में अधिक फायदेमंद होता है?
हां, शिलाजीत की गर्म तासीर के कारण सर्दियों में इसका सेवन विशेष रूप से फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर को गर्मी और ऊर्जा प्रदान करता है।
3. शिलाजीत का अधिक सेवन करने से क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?
अधिक मात्रा में शिलाजीत का सेवन करने से त्वचा पर रैशेज, पेट में जलन, और शरीर में अधिक गर्मी जैसे दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
4. क्या शिलाजीत हर उम्र के लोगों के लिए सुरक्षित है?
शिलाजीत का सेवन सामान्य रूप से वयस्कों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन बच्चों और बुजुर्गों को डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करना चाहिए।
5. शिलाजीत का सेवन कैसे करना चाहिए?
शिलाजीत का सेवन सामान्यतः पानी या दूध के साथ किया जाता है, ताकि इसके पोषक तत्व अच्छी तरह अवशोषित हो सकें और शरीर पर बेहतर प्रभाव डाल सकें।
References:
- ऊर्जा बढ़ाने में कारगर: शिलाजीत शरीर को त्वरित ऊर्जा प्रदान करता है, थकान कम करता है और व्यक्ति को अधिक सक्रिय महसूस कराता है।(https://www.researchgate.net/)
- प्रतिरोधक क्षमता में सुधार: शिलाजीत शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में भी सहायक है।(https://www.researchgate.net)
- पाचन तंत्र के लिए लाभकारी: शिलाजीत का सेवन पाचन शक्ति बढ़ाता है(https://www.researchgate.net)